- रावण ने सीताजी को अशोक वाटिका में रखा था जो की सुंदर पर्वत पर स्थित था और हनुमान जी की मुलाक़ात सीता जी से इसी जगह पर हुयी थी, इसी वजह से इसको सुंदरकांड के नाम से जाना जाता है
Ravana had kept Sitaji in Ashok Vatika which was situated on Sunder mountain and Hanuman ji met Sita ji at this place, that’s why sunderkand is called sunderkand.
2. कई मनोवैज्ञानिकों का भी यही मानना है क सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति को आत्मबल, आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति प्राप्त होती है
Many psychologists also believe that by reciting Sunderkand, a person gets self-confidence and mental strength.
3. मंगलवार के दिन हनुमान जी की प्रतिमा या फोटो के समक्ष बैठकर सुंदरकांड करने से मनोवांछित फलो की प्राप्ति होती है , सुंदरकांड करने से पहले गणेश जी और श्री राम जी का ध्यान करना आवश्यक होता है
By sitting in front of the idol or photo of Hanuman ji and doing Sunderkand on Tuesday, desired results are achieved. Before doing Sunderkand, it is necessary to meditate on Lord Ganesha and Shri Ram ji.
4. ऐसा माना जाता है की मंगलवार या शनिवार के दिन सुंदरकांड करने हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है
It is believed that by performing Sunderkand on Tuesday or Saturday, one gets the blessings of Lord Hanuman.
5. सुंदरकांड का पाठ करने से जीवन में आ रही परेशानिया और संघर्ष दूर हो जाते है, साधक को बल, बुद्धि, विद्या और सुख सम्पति का आशीर्वाद हनुमान जी से प्राप्त होता है
By reciting Sunderkand, the problems and struggles in life go away, the seeker gets the blessings of strength, intelligence, knowledge and happiness from Lord Hanuman.
6. ऐसी मान्यता है की अगर किसी व्यक्ति को कार्य में सफलता प्राप्त नहीं हो रही है तो उसे सुंदरकांड का हर मंगलवार को पाठ करना चाहिए इससे उस व्यक्ति को हनुमना जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और राह में आ रही रुकावटे जल्द दूर हो जाती है
There is a belief that if a person is not getting success in his work then he should recite Sunderkand every Tuesday, by this the person gets the special blessings of Hanuman ji and the obstacles coming in the way are soon removed.
7. जो व्यक्ति सुंदरकांड का नियमित पाठ करता है या श्रवण करता है उसके अंदर गजब का आत्मविश्वास आ जाता है और जो वह करना चाहता है उसे जल्द ही हासिल कर लेता है
The person who regularly recites or listens to Sunderkand develops tremendous self-confidence and soon achieves what he wants to do.
8. अगर कोई व्यक्ति ऐसी किसी स्तिथि में फस गया है जहा से वह पूरी कोशिश करने के बाद भी बाहर नहीं निकल पा रहा है तो उसे हर हाल में सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए, ये एक बहुत ही चमत्कारिक पाठ है
If a person is stuck in such a situation from which he is not able to come out even after trying his best, then he should recite Sunderkand in every situation, it is a very miraculous lesson.
9. प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करने से आप किसी भी प्रकार के क़र्ज़ और मर्ज़ से जल्द बाहर निकल सकते है
By reciting Sunderkand daily, you can quickly get out of any kind of debt and illness.
10. हनुमान जी के समक्ष सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति को जीवन में भूत, पिशाच, शनि, राहु, केतु से कोई भय नहीं रह जाता है, उन्हें जीवन में हर जगह सफलता प्राप्त होती है
By reciting Sunderkand in front of Hanuman ji, a person has no fear of ghosts, vampires, Saturn, Rahu, Ketu in his life, he gets success everywhere in life.