Sunderkand Paath Chopai Part 31 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 31
चलत मोहि चूड़ामनि दीन्हीं। रघुपति हृदयँ लाइ सोइ लीन्ही॥ नाथ जुगल लोचन भरि बारी। बचन कहे कछु जनककुमारी॥1॥ चलते समय उन्होंने मुझे चूड़ामणि (उतारकर) दी।… Read More »Sunderkand Paath Chopai Part 31 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 31