Sunderkand Paath Chopai Part 47 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 47
तब लगि हृदयँ बसत खल नाना। लोभ मोह मच्छर मद माना॥ जब लगि उर न बसत रघुनाथा। धरें चाप सायक कटि भाथा॥1॥ लोभ, मोह, मत्सर… Read More »Sunderkand Paath Chopai Part 47 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 47