Sunderkand Paath Chopai Part 14 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 14
हरिजन जानि प्रीति अति गाढ़ी। सजल नयन पुलकावलि बाढ़ी॥ बूड़त बिरह जलधि हनुमाना। भयहु तात मो कहुँ जलजाना॥1॥ भगवान का जन (सेवक) जानकर अत्यंत गाढ़ी… Read More »Sunderkand Paath Chopai Part 14 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 14