Sunderkand Paath Chaupai Part 56 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 56
राम तेज बल बुधि बिपुलाई। सेष सहस सत सकहिं न गाई॥ सक सर एक सोषि सत सागर। तव भ्रातहि पूँछेउ नय नागर॥1॥ श्री रामचंद्रजी के… Read More »Sunderkand Paath Chaupai Part 56 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 56