Sunderkand Paath Chaupai Part 58 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 58
लछिमन बान सरासन आनू। सोषौं बारिधि बिसिख कृसानु॥ सठ सन बिनय कुटिल सन प्रीति। सहज कृपन सन सुंदर नीति॥1॥ हे लक्ष्मण! धनुष-बाण लाओ, मैं अग्निबाण… Read More »Sunderkand Paath Chaupai Part 58 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 58