Sunderkand Paath Chopai Part 15 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 15
कहेउ राम बियोग तव सीता। मो कहुँ सकल भए बिपरीता॥ नव तरु किसलय मनहुँ कृसानू। कालनिसा सम निसि ससि भानू॥1॥ (हनुमान्जी बोले-) श्री रामचंद्रजी ने… Read More »Sunderkand Paath Chopai Part 15 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 15