Sunderkand Paath Chopai Part 17 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 17
मन संतोष सुनत कपि बानी। भगति प्रताप तेज बल सानी॥ आसिष दीन्हि राम प्रिय जाना। होहु तात बल सील निधाना॥1॥ भक्ति, प्रताप, तेज और बल… Read More »Sunderkand Paath Chopai Part 17 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 17