Sunderkand Paath Chopai Part 32 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 32
सुनि सीता दुख प्रभु सुख अयना। भरि आए जल राजिव नयना॥ बचन कायँ मन मम गति जाही। सपनेहुँ बूझिअ बिपति कि ताही॥1॥ सीताजी का दुःख… Read More »Sunderkand Paath Chopai Part 32 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 32