Sunderkand Paath Chopai Part 4 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 4
मसक समान रूप कपि धरी। लंकहि चलेउ सुमिरि नरहरी॥ नाम लंकिनी एक निसिचरी। सो कह चलेसि मोहि निंदरी॥1॥ हनुमान्जी मच्छड़ के समान (छोटा सा) रूप… Read More »Sunderkand Paath Chopai Part 4 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 4