Sunderkand Paath Chopai Part 18 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 18
चलेउ नाइ सिरु पैठेउ बागा। फल खाएसि तरु तोरैं लागा॥ रहे तहाँ बहु भट रखवारे। कछु मारेसि कछु जाइ पुकारे॥1॥ वे सीताजी को सिर नवाकर… Read More »Sunderkand Paath Chopai Part 18 | सुन्दरकाण्ड पाठ चौपाई भाग 18